What is space in Hindi: स्पेस या फिर आउटर स्पेस? एक ही बात है! Space को हिंदी में अंतरिक्ष कहते है। एक ऐसी जगह जहाँ हवा नही है, देखने के लिए प्रकाश भी न के बराबर है, लेकिन क्या देख सकते हैं- ग्रह, नक्षत्र, उल्कायें उपग्रह?
ध्वनी के गमन के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है, यहाँ कोई माध्यम नही है। आप अन्तरिक्ष में आवाज नही सुन सकते। यह निर्वात है। स्पेस एक vacuum (निर्वात) है।
अन्तरिक्ष क्या है ? What is space in Hindi
क्या अंतरिक्ष एक खोखली जगह है? अन्तरिक्ष एक खोखली जगह नही है, क्योंकि तारों और ग्रहों के बीच में जो जगह होती है, उसमें गैस और धूलों के कण भरी हुई होती है।
इसके साथ ही अन्तरिक्ष में कई तरह के खतरनाक Radiation भी होते है। जैसे की- Infrared, सूर्य से आनेवाली Ultraviolet Radiation, X-rays, Gamma rays, Cosmic rays इत्यादि। इसके साथ ही अंतरिक्ष में चुंबकीय क्षेत्र(magnetic field) भी बना हुआ होता है।
अंतरिक्ष की परिभाषा – Definition of space in Hindi
पृथ्वी से 100 किलोमीटर ऊपर जो जगह है उसे ही space यानि अंतरिक्ष कहते है। यहाँ आप खुलकर सांस नही ले सकते क्योंकि यहां हवा नही है। यहाँ पर जीवित रहने और साँस लेने के लिए आपको ऑक्सीजन गैस का सिलिंडर ले जाना होगा।
खगोलीय पिंडो(celestial objects) जैसे ग्रह, उपग्रह, तारों, ग्लैक्सी के बीच जो जगह है उसे ही हमलोग अंतरिक्ष कहते है, जबकि हजारों, लाखों, अरबों, अनगिनत खगोलीय पिंडो को मिलाकर एक ब्रह्माण्ड(Universe) बनता है।
अन्तरिक्ष से संबंधित दो बड़े सवाल –
अन्तरिक्ष काला क्यों दिखता है?
इसका जवाब बिल्कुल आसान है। वायुमंडल के ख़त्म होने के बाद oxygen के अणुओं की संख्या कम हो जाती है, या फिर बिल्कुल नही रहती इस कारण से अंतरिक्ष हमें काला दिखाई पड़ता है।
अंतरिक्ष(space) कितना बड़ा है?
ये कोई नही जनता? ये बहुत बड़ा हैं, हम सब जितना सोच सकते है उससे भी बड़ा।
जानकारी के लिए एक बात और याद रखें की अन्तरिक्ष के दो celestial objects के बीच की दूरी को प्रकाश वर्ष (Light Year) में मापते है।
Layers of space – अन्तरिक्ष के भाग
धरती के निकट जो space है उसे कई तरह के अलग-अलग categories में बांटा गया है।
जो इस तरह है-
Geospace – यह अन्तरिक्ष का वह क्षेत्र है जो हमारे प्लानेट के सबसे नजदीक है। इसमें वायुमंडल (atmosphere) के उपरी सतह तथा magnetosphere आते है।
Interplanetary Space – सूर्य और ग्रहों के बीच का जो क्षेत्र हैं उसे Interplanetary Space कहते है। इस क्षेत्र में सूर्य से आनेवाली आवेशित कण गमन करती रहती है, जिसे सोलर विंड (solar wind) कहते है।
Interstellar Space – एक गैलेक्सी के भीतर उसके ग्रहों और तारों के ऑर्बिट और उसके क्षेत्र के बाद जो खाली जगह होता है उसे इंटरस्टेलर स्पेस कहते है।
Intergalactic Space – यह स्पेस का वह क्षेत्र है जो दो गैलेक्सी के बीच होता है।
लेख: Space in Hindi – अन्तरिक्ष की जानकारी आपको कैसी लगी, वाकई में स्पेस के बारे में जानना हमेशा से ही दिलचस्प रहा है, आप जितना इसके बारे में जानना चाहोगे उतने बार इसमें जरुर कुछ नया जुड़ हुआ मिलेगा।